नाम : बी.एल.गौड़ (बनवारी लाल गौड़)
शैक्षणिक योग्यता :
- प्रारंभिक शिक्षा – गांव तथा दिल्ली में;
- हायर सैकेन्ड्री – रामजस स्कूल न. 1, दरियागंज, दिल्ली
- साहित्य रत्न – इलाहाबाद,उत्तर प्रदेश
- विद्यासागर – विक्रमशिला हिन्दी विद्यापीठ, भागलपुर बिहार
- डिप्लोमा – सिविल इंजीनियंरिग तथा इटालियन भाषा में
जन्म तिथि : 12 जून, 1936
भाषा ज्ञान : हिन्दी, अंग्रेजी और इटालियन
बी.एल.गौड़ का साहित्य जगत में बहुत बड़ा योगदान रहा है। सिविल इंजीनियर होने के बावजूद आप अनेक साहित्यिक संस्थाओं से न केवल जुड़े हैं बल्कि अच्छे पदों पर भी विराजमान हैं। आपने साहित्य के छोटे से सफर में दस पुस्तकें लिखीं हैं जिन पर देश के जाने-माने साहित्यकारों ने बहुत ही सटीक टिप्पणियां की हैं। दो पुस्तकें प्रकाशित होने की प्रक्रिया में हैं।
काव्य संग्रह (छ:) :
- थोड़ी सी रोशनी
- काव्याकृति
- आखिर कब तक ?
- कब पानी में डूबा सूरज
- एक दिन यूँ ही
- जाती हुई धूप
मीडिया पर (तीन) :
- तंत्र के पंजो में लोकतंत्र
- लोकतंत्र में खोया लोकतंत्र
- यथार्थ से संवाद
कहानिया (एक) : मीठी ईद
तकनीकी ज्ञान (एक) : ‘‘नींव से नाली तक’’ (सिविल इंजीनियरिंग पर पहली बार हिन्दी में प्रकाशित पुस्तक)। इस पुस्तक पर आधारित कंस्ट्रक्शन सुपरवाइजर का कोर्स आज ओपन स्कूल के 19 संस्थानों में पढ़ाया जा रहा है। (मिनिस्ट्री ऑफ़ एच.आर.डी.)
सम्पादन : 2005 से निरन्तर द्विभाषी पाक्षिक समाचार पत्र ‘‘द गौड़सन्स टाइम्स’’